किसान भाइयों हम ने आप को अप्रैल के शुरुआत में पोस्ट के माध्यम से बताया था कि अप्रैल माह में हमे ज्यादा तेजी की संभावना नहीं लग रही हैं तो आप को पूरा अप्रैल माह वैसा ही देखने को मिला है बाजार समान रहा है और 500 से 1000 की तेजी मंदी रही यानी कि साइलेंट तेजी मंदी देखने को मिली तूफानी वाली तेजी नहीं आई है हमारा अनुमान था कि अप्रैल माह में बाजार नरम भी हो सकते हैं लेकिन बाजार नरम नहीं हुआ हैं समान रहा |

पिछले 2 वर्ष की तरह किसान पहले लहसुन बेच देते थे और बाद में तेजी आ जाती थीं इस वजह से इस बार किसानों ने लहसुन को निकाल कर बेचना उचित नहीं समझा है और हल्के माल को बेचने का निर्णय लिया है इसलिए अप्रैल माह में ज्यादा मात्रा में हल्का माल की आवक ज्यादा देखने को मिली है आप ने देखा होगा अप्रैल माह में लगभग सभी मंडियों के गेट खुले ही देखने को मिले जबकी अप्रैल माह में सभी राज्य का लहसुन आता है और डिमांड कम रहती हैं तो बाजार नरम ही देखने को मिलते हैं |
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अगर किसानों ने माल को रोक दिया है तो ये माल आने वाले अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवम्बर माह में आवक का फ्रेशर बड़ा सकता हैं इसलिए किसान भाइयों लहसुन में जैसी ही तेजी बने अपने माल को थोड़ा थोड़ा निकालने का निर्णय ठीक रहेगा नहीं तो आप को लंबे समय तक रोकने का नतीजा तो देखा ही होगा ये बात सभी को पता है इस वर्ष लहसुन का रकबा बढ़ा जरूर है लेकिन उत्पादन कम निकला है बॉक्स क्वॉलिटी माल का उत्पादन कम देखने को मिला है |
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व्यापारी भाइयों से भी ये जानकारी मिली है कि जब जब किसान लहसुन को रोकता है या स्टॉक किया है उस वर्ष लहसुन में ज्यादा तेजी की संभावना कम रहती हैं अब आप खुद ये सोचे और अपने गांव के किसान ने इस वर्ष लहसुन रोका है या बेचा है आप को आगे की बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो जायेंगी कि हम ने आप को जो जानकारी बताई है ये कितना मिल रही हैं |
मेरा नाम अंकित राठौर है | में किसानो से जुडी नई नई योजना की जानकारी आपको इस वेबसाइट पर प्रदान करता हु | में आपको सभी जानकारी को हिंदी में उपलब्ध करवाता हु | में मध्यप्रदेश में निवासरत हु और मुझे कंटेंट राइटर का 5 साल का अनुभव है |